मेरा गम कितना कम है.....

गीत गाता हु मै, गुनगुनाता हु मै... मैंने हंसने का वादा किया था किसी से, इसलिए अब सदा मुस्कुराता हु मै.....  मेरे दोस्त को मुझसे शिकायत थी कि मै सबको सिर्फ रुलाता हु..... सही भी है ....रोना तो सबको आता है.... और रोने के लिए लोग कोई भी बहाना तलाश ही लेते है ......... मज़ा तो तब आए जब किसी को हँसाया जाए......सो मैंने तय किया है कि अब मै पूरी पूरी कोशिश करूँगा कि आपको ना रुलाऊ.....|
लोगो के पास गमो का अथाह सागर है.... जब देखो जिसे देखो .....बस रोता ही रहता है..... मुझे तो ये लगता है कि अगर किसी के पास रोने कि वजह ना हो तो....वो इसी बात पर रोएगा कि " है भगवान्, मेरे पास तो कोई गम ही नहीं...|"
एक सेठ और सेठानी एक साधू के पास गए.....सेठ बहुत दुखी था लेकिन सेठानी बहुत खुश थी.... साधू ने पूछा तो सेठ रोते रोते बोला.... प्रभु, मुझे व्यापार में चार लाख रुपयों का घाटा लग गया ...... मेरी तो जिन्दगी ही उजड़ गई.... साधू ने सेठानी से पूछा कि तुम अपने पति के दुःख में उसका साथ देने की बजाय मुस्कुरा रही हो, ऐसा क्यों ?
सेठानी हँसते हुए बोली..... प्रभु.... ये तो बहुत भोले है.... इन्हें एक लाख रुपये का फायदा हुआ है फिर भी ये रो रहे है.....|
साधू हैरान हो गया..... दोनों की बातो में फर्क कैसे ?
तब सेठानी ने समझाया ....... इन्हें व्यापार में पांच लाख का faayda hona था लेकिन एक लाख का ही हुआ सो इन्हें लगता है कि इन्हें char लाख का घाटा लग गया और मुझे लगता है कि इन्हें एक लाख का फायदा हुआ है..... |
साधू जोर जोर से हँसने लगा ..... यही दुनिया है..... आंशु ना आए तो ग्लिसरीन का सहारा लेते है लेकिन किसी भी तरह आंशु तो ले ही आते है......... प्यार में दिल टुटा तो लगे आंशु बहाने..... बाबुल का घर छूटा तो लगे आंशु बहाने..... किसी नेता जी का फरेब का भांडा फूटा तो लगे आंशु बहाने......किसी ने आपसे वादा किया झूठा तो भी लगे आंशु बहाने..... ऐसे लगता है कि जैसे हम रोते भी टाइम पास के लिए है....क्या आपको भी लगता है कि आपको बहुत गम है तो ........... मै आपको बताता हु कि गम किसे है........ एक बच्चा सुनामी की त्राशदी में अनाथ हो गया..... माँ, बाप, भाई, बहन..... भरा पूरा परिवार कुछ ही पलो में खाक हो गया..... अपने परिवार की लाशो के पास बैठा वो रो रहा है..... क्या आपका दुःख इससे अधिक है..?


एक औरत ने शादी होते ही अपना सुहाग खो दिया..... मात्र दो दिन की विवाहिता.... और अब उम्र भर की विधवा.... पति ने दो दिन जो सुख दिया उसके आधार पर उम्र बितानी है.....क्या आपका गम इससे अधिक है ?.....

एक जवान व्यक्ति ने एक दुर्घटना में अपने दोनों हाथ और दोनों पैर गँवा दिए.... पर दुर्भाग्यवश वो मरा नहीं..... अब वो जी रहा है तो सिर्फ इसलिए क्यों कि उसे मौत नहीं आई.....क्या आपका दुःख इससे अधिक है ?

अगर हाँ, तो आपको रोने का पूरा पूरा अधिकार है.... और नहीं तो अपने ये मगरमच्छ के आंशु साफ़ कीजिये....और मुस्कुराइए......भगवान् ने ये खुबसूरत मानव जीवन मुस्कुराने के लिए दिया है..... रो रो कर इसे बर्बाद मत करो...... खुद भी हंसो और रोज़ किसी एक की आँखों में हँसी लाने का वादा करो.....फिर देखो जिन्दगी कितनी सुंदर बन जाएगी...... वो हिंदी फिल्म का गाना कितना सार्थक है..... दुनिया में कितना गम है..... मेरा गम कितना कम है.... लोगो का गम देखा तो....मै अपना गम भूल गया...... आप सब भी अपना गम भूल जाइए.....अब मुस्कुरा के कहिये ...."मेरा गम कितना कम है"

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