शादी का रिश्ता...


बड़ा ही अजीब और मजबूत बंधन है ना ....
नई नई शादी होती है तो पत्नी पति से बड़े ही प्यार से कहती है... डार्लिंग मेरा तुम्हारा तो जन्म जन्म का रिश्ता है अगर तुम नहीं तो मै नहीं और मै नहीं तो तुम नहीं.....
वही पत्नी शादी के कुछ सालो बाद किसी बात पर नाराज़ होकर बेलन लेकर पति के पीछे भागते हुए कहती है.... ठहर जा कमीने आज या तो तू नहीं या मै नहीं....
देखा, रिश्ने कितनी जल्दी बदल जाते है....
रिश्तो के इस बदलाव का कारण हम खुद ही तो है... रिश्तो की मिठास जब तक कायम रहती है तब तक उसमे मज़ा आता है ... जैसे जैसे मिठास कम होती जाती है... मज़ा भी घट जाता है.....
तो ये हमारा फ़र्ज़ है कि हम इस मिठास हो हमेशा कायम रखे और समय समय पर प्यार की चाशनी इसमें डालते रहे....

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