मर्द का पीहर....


शादी के दस वर्ष बाद भी आज....जब मेरी बीवी पीहर जाने का सोचती है तो उसके चेहरे पर एक अजीब सी ख़ुशी...नज़र आती है......जैसे कोई कैदी अपनी लम्बी सज़ा पूरी कर कैद से आज़ाद हो रहा हो |

शादी के वक्त मर्द से वचन लिया जाता है की सुख हो या दुःख ....हर घडी में..अपनी बीवी का साथ निभाओगे....कभी साथ नहीं छोड़ोगे.....लेकिन पीहर के नाम पे हर साल चार पांच बार ...साथ कौन छोड़ता है ?

आज कल बीवीया शादी होते ही अलग घर बनाने की जिद्द करने लगती है..... मर्द को सपनो का संसार दिखाती है.....लेकिन वो अभागा ये समझ ही नहीं पाता कि....वही सपनो का संसार उसकी उम्र कैद बनने वाला है......|

"तू मुझे मेरे माँ - बाप से दूर लेकर आया.....तो मै भी"...... इंतकाम की आग मर्द को उसके परिवार से अलग करवा कर भी शांत नहीं होती...वो रोज़ उसके परिवार के खिलाफ उसी के कान भरती जाती है ताकि मर्द का मन उसके परिवार से उब जाये और वो अपने माँ - बाप से मिलने का .... लाड लडाने का नाम भी ना ले.....

लेकिन उसका अपने परिवार से नाता नहीं टूटता....पीहर आना - जाना ज़ारी रहता है.....मर्द बेचारा ये कूट निति समझ ही नहीं पाता और अपनी भोली भाली बीवी का कहा मान कर अकेला ही सपनो के संसार में पड़ा रहता है...|

दिन भर ऑफिस में खपना और शाम को घर पे आकर बीवी को फ़ोन करना..... डार्लिंग, वापिस कब आओगी....तुम्हारी याद सता रही है......डार्लिंग कहती है.....जानू, अभी तो आई हु, सारी उम्र तुम्हारे पास ही तो रहना है...कुछ दिन तो मुझे मेरे माँ - बाप के पास रहने दो...... वो अक्ल का अंधा अब भी कुछ समझ नहीं पाता और "ओ.के. डार्लिंग" कह कर फ़ोन रख देता है...|

ज़रा सोच कर देखो कि मर्द का पीहर कौनसा है....जहा वो भी दो चार दिन चैन से ..ममता की ठंडी छाँव में सो सके.....काम काज की मार से दूर.....परिवार का मुखिया होने की बात से भी दूर.....एक बच्चा बन कर अपनी माँ की गोद में सिर रख के  सो सके.....|

लेकिन वो पीहर तो... उस विरोधी पार्टी ने कब का छुडा दिया......

साल में चार - पांच बार बच्चो को लेकर पीहर जाना..... क्या ये भविष्य का अभी से अभ्यास है ......कि शायद जब मर्द को उसके कारनामो का पता लगेगा तो यही करना पड़ेगा....?

दोस्तों, मै थक चूका हु....मुझे आराम चाहिए...प्लीज़ मुझे बता दो कि मेरा पीहर कहा है ?

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Visank is waiting for your valuable comments about this script so please write here something...