ख़ुशी + ख़ुशी = गम


अति हर चीज की बुरी होती है फिर चाहे वो ख़ुशी ही क्यों न हो... कल शाम एक घटनाक्रम ने मुझे इस बात का एहसास करवाया .... मै अपने एक मित्र के विवाह में शामिल होने पंहुचा ... मित्र ने आनन् फानन में मुझे एक माला लाने को कहा .. मै  माला हाथ में लिए खडा था ....अचानक मेरी  नज़र मित्र के हाथो पर पड़ी जिन्हें वो पीछे छुपाने की कोशिश कर रहा था ..मै  समझ गया कि वो जमाने से नज़रे बचा के अपने भविष्य को देख रहा है .... मेरे हाथ में फूलो की माला ... यानि खुशिया और उसके हाथो में एक फोटो यानि प्रेम ... लेकिन सोचिये अगर ये दोनों एक साथ ... एक ही के हाथो में हो तो ...... यानी फोटो और माला ..... कुछ समझ में आया ..... जी हां ..... दोनों एक साथ मातम को दर्शाते है ।

अधिक ख़ुशी ..... अक्सर गम को आमंत्रित करती है ......  

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