दाग अच्छे है...


एक सज्जन ने नई कार खरीदी , अपने परिवार को और ख़ास कर अपने बेटे को नई कार दिखने के लिए वो पड़ी तेज रफ़्तार से कार चला रहा था.....
रस्ते में अचानक एक पत्थर उसके साइड के कांच पर आकर लगता है और कांच चूर चूर हो जाता है...
सज्जन गुस्से में दुर्जन बन चुके थे.... उसने कार के ब्रैक लगाये और कार से उतरा, उसने देखा एक छोटा बच्चा पूरी तरह पसीने से भीगा हुआ खड़ा था उसकी सांसे जौर से चल रही थी .... भाई साहब तो गुस्से में थे ही... एक जौर का तमाचा बच्चे के गाल पे जड़ दिया.... तू जनता भी है ये कार कितनी महँगी है... साला भिखारी कही का....
बच्चा रोते रोते बोला... अंकल मै भिखारी नहीं हु , मेरे दोस्त का एक ट्रक से एक्सिडेंट हो गया है और कोई भी गाडी नहीं रोक रहा है इसलिए मैने आपकी कार पर पत्थर फैका ताकि आप गुस्से मे ही सही पर कार रोक दो
.....
आप मुझे माफ़ कर दीजिये और मेरी मदद कीजिये, कहा है तुम्हारा दोस्त ?
वो उस पेड़ के पीछे लेता हुआ है उसके काफी खून बह रहा है.....
आदमी ने पेड़ के पीछे जाकर देखा तो उसके होश उड़ गए.... उसका अपना बेटा खून से सना हुआ वहा लेता था....
आदमी ने तुरंत उसे कार मे डाला और अस्पताल पंहुचा , डॉक्टर ने कहा खून काफी बह गया है ...आपने अगर थोड़ी और देर कर दी होती तो शायद बच्चे का बचना नामुमकिन था.................आदमी उसके दोस्त का शुक्रिया अदा किया............ दुर्जन फिर से सज्जन बन गया था... कार के सीसे को भी भूल गया था.....
सोचो अगर वो कांच नहीं टूटता तो क्या कार रूकती? क्या उसका बच्चा जिन्दा बचता?
...... कभी कभी .......छोटी छोटी समस्याए जीवन मे इसलिए आती कि हम बड़ी समस्याओ से बच जाये....
इसीलिए कहते है कि अगर कुछ अच्छा करते वक्त दाग लग जाए तो दाग अच्छे है.....

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